The Lost One
हर रात का संवेरा होता है । हर बात का नज़रिया । हर अन्धकार का उजाला होता है। हर ख्वाब का दरिया । उसी ख्वाब के दरिया में एक मैं रहूं, एक तुम रहो, और ठहर जाए ये समा। तेरी आंखों की मस्ती का एहसास मेहसूस होता है। तेरी आवाज़ का ये नशा जो हर पल रूबरू होता है। तुझसे मिलने को तड़पे है हम एक एक पल भी साल मेहसूस होता है। अब क्या करें हम के अब मिल नहीं सकते अब जो हो गए जुदा एक साथ खिल नहीं सकते। तेरी यादों के दर्मियां एक दर्द सा मेहसूस होता है। चलो अब तो छोड़ दिया तुमने, पर समझते, दर्द हमें भी मेहसूस होता है। अब तो तुम्हारी कमी से उभर चुके हैं हम पर किसी से दूर जाने में भी दिल कंजूस होता है ज़रा सोच लिया होता तुमने, दर्द हमें भी मेहसूस होता है। तुम्हारी हरकतों पर दिल कुर्बान होता है तुम्हारी मुस्कान पर दिल चूर होता है यूं तो चले गए हो तुम अब हारकर दिल से कुबूल होता है। कभी सोच लिया होता तुमने दर्द हमें भी मेहसूस होता है। हमें मालूम है कुछ ना कुछ वजह होगी हमसे बिछड़ने के लिए तुम्हारा दिल भी मजबूर होता है। पर इस मजबूरी को जान के भी दर्द मेहसूस होता है। अब सोचता हूं क्या रह गया इस दु